”मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा और विसर्जन का उत्साह” लेख- आत्माराम यादव पीव वरिष्ठ पत्रकार
आलेख
आज के युग में पूजा की प्राणवस्तु अर्थात आध्यात्म साधना तिरोहित होने लगी है और जिन देवी-देवताओं की सत्यप्रतिष्ठा, प्राणप्रतिष्ठा एवं आनन्दप्रतिष्ठा होना चाहिये हम सत्य और…
Read More...
Read More...